उत्तर प्रदेश नर्सिंग एवं मिडवाइफरी काउंसिल चुनाव में धांधली का आरोप, मामला पहुंचा प्रधानमंत्री तक
पुनीत संदेश/अंकित राठौड़
लखनऊ। उत्तर प्रदेश नर्सिंग एवं मिडवाइफरी काउंसिल के हाल ही में हुए चुनावों में अनियमितताओं और पारदर्शिता की कमी का मामला अब प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंच गया है। ऑल इंडिया रजिस्टर्ड नर्सेज फेडरेशन (AIRNF) ने प्रधानमंत्री कार्यालय को एक पत्र लिखकर चुनाव में हुई धांधली की शिकायत की है और सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
चुनाव में अनियमितताओं के गंभीर आरोप
फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष अनुराग वर्मा के अनुसार, इस चुनाव में कई गंभीर गड़बड़ियां देखी गईं, जिनमें प्रमुख रूप से—
1. पारदर्शिता का अभाव: चुनावी प्रक्रिया में लाखों नर्सों को शामिल नहीं किया गया, जिससे उनके अधिकारों का हनन हुआ।
2. गोपनीयता और अनियमितता: चुनाव की पूरी प्रक्रिया को गुप्त रखा गया, जिससे नर्सिंग समुदाय को इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई।
3. मतदान प्रक्रिया में हस्तक्षेप: चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र नहीं रहा, बल्कि बाहरी हस्तक्षेप के संकेत भी मिले हैं, जिससे चुनाव परिणामों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
फेडरेशन की मांग
फेडरेशन ने सरकार से इस चुनाव को रद्द करने और पुनः निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव कराने की मांग की है। साथ ही, अनियमितताओं में शामिल दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने और भविष्य में चुनावी प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बनाने की भी अपील की है।
4 लाख नर्सिंग कर्मियों को चुनाव की जानकारी नहीं
उत्तर प्रदेश में करीब 4 लाख पंजीकृत नर्सेज एवं मिडवाइव्स हैं, लेकिन अधिकांश को इस चुनाव की कोई सूचना ही नहीं मिली। फेडरेशन ने इसे नर्सिंग समुदाय के साथ घोर अन्याय करार दिया है और सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है।
अब देखना होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती है और क्या नर्सिंग समुदाय को न्याय मिल पाता है या नहीं।
Created On: March 28, 2025