दो-दो प्रमोशन देने के बाद भी नहीं किया गया स्थानांतरण
पुनीत संदेश
लखनऊ। शासन और कारागार मुख्यालय में बैठे आला अफसरों की महिमा अपरंपार है। विभाग के जेल परिक्षेत्रों में तैनात बाबुओं को प्रमोशन तो दे दिया जाता है लेकिन उनका स्थानांतरण नहीं किया जाता है। स्थानांतरण नहीं होने की वजह से एक एक बाबू 20-20 साल से एक ही जगह पर जमा हुआ है। वर्षों से एक ही स्थान पर जमे बाबुओं को स्थानांतरित करने के लिए विभाग के ही एक कर्मचारी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। याचिका दायर होने के बाद से बाबुओं में खलबली मची हुई है। लंबे समय से जमे बाबुओं को स्थानांतरित किए जाने का फैसला विभागीय मंत्री के हाथ में है। इसको लेकर विभागीय कर्मियों में तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक कारागार विभाग के जेल परिक्षेत्र के कार्यालयों में तैनात कर्मियों के प्रमोशन के बाद भी तबादले नहीं किए जाते है। ऐसा तब हो रहा है जब मुख्यालय की ओर से जारी प्रमोशन आदेश में स्पष्ट रूप से लिखा होता है कि जल्दी ही इन्हें अन्यत्र स्थानांतरित किया जायेगा। बरेली जेल परिक्षेत्र कार्यालय में तैनात बाबू स्नेहा शर्मा के दो प्रमोशन किए गए। दो प्रमोशन देने के बाद भी आज तक इनका तबादला नहीं किया गया है। इसी प्रकार आगरा जेल परिक्षेत्र में तैनात बाबू रंजना कमलेश को भी दो प्रमोशन दिए गए। इनका भी तबादला नहीं किया गया। यह दोनों ही महिला कर्मी पिछले 15 से 20 साल से इन्हीं जेल परिक्षेत्रों में जमीं हुई है। यह तो बानगी है इसी प्रकार दर्जनों बाबुओं का लंबे समय से तबादला भी किया गया है। इस बाबुओं की स्थानांतरण सत्र में बल्ले बल्ले होती है। यह बाबू परिक्षेत्र की जेलों में तैनात वार्डर संवर्ग के सुरक्षाकारियों से मोटी रकम लेकर उनका स्थानांतरण मनमाफिक कमाऊ जेलों पर करवाते है। वार्डर संवर्ग के कर्मियों से हुई वसूली का कुछ हिस्सा मुख्यालय के बाबुओं और कुछ अपने पास रखकर काम का अंजाम देते है। सूत्र बताते है इस बाबुओं का दावा है कि शासन और मुख्यालय में मजबूत पकड़ होने की वजह से उनको कोई तबादला नहीं करा सकता है।
लंबे समय से एक ही स्थान पर जमे बाबू की दबंगई से अजिज आकर एक जेलकर्मी ने बीते दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करके बरेली जेल परिक्षेत्र कार्यालय में लंबे समय से जमे कई बाबुओं और कर्मियों को बरेली से अन्यत्र स्थानांतरित कराए जाने की मांग की है। याचिका में कहा गया है कि परिक्षेत्र कार्यालय में लंबे समय से तैनात स्नेहा शर्मा को दो प्रमोशन तो दिए गए लेकिन इसका अन्यत्र तबादला नहीं किया गया। इसी प्रकार याचिका में परिक्षेत्र कार्यालय में तैनात अन्य कर्मियों का विवरण भी प्रस्तुत कर इन्हें स्थानांतरित कराए जाने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है लंबे समय से तैनात होने की वजह से यह बाबू और कर्मी सुरक्षाकर्मियों का जमकर शोषण करते है। इस जनहित याचिका से परिक्षेत्र कार्यालयों में लंबे समय से जमे बाबुओं में हड़कंप मचा हुआ है। उधर मुख्यालय के एक अधिकारी ने जनहित याचिका दायर होने के बात तो स्वीकार की लेकिन और कुछ भी बताने से साफ मना कर दिया।
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... तो बैक डेट में होंगे जेल विभाग के तबादले!
शासन की स्थानांतरण नीति के मुताबिक विभाग में तैनात अधिकारियों और कर्मियों के तबादले 15 मई से 15 जून तक किए जाएंगे। कारागार विभाग में फाइव डे वीक होने की वजह से कारागार मुख्यालय से होने वाले तबादलों का शुक्रवार को अंतिम दिन था। 14 जून की सेकंड सैटरडे और 15 जून को रविवार दोनों दिन अवकाश रहेगा। शुक्रवार देर शाम तक अधिकारी संवर्ग के तबादलों की कोई सूची जारी नहीं हुई थी। सूत्रों का कहना है कि तबादला सूची तो तैयार कर ली गई है लेकिन विवादों से बचने के लिए लिए इनको स्थानांतरण सत्र के अंतिम दिन बैक डेट में जारी किए जाने की संभावना व्यक्त की जा रही। इस संबंध में जब कारागार मुख्यालय के आईजी कैंप कार्यालय से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो किसी भी कर्मी ने फोन ही नहीं उठाया।
Created On: June 14, 2025