जर्जर बिहार-खीरों मार्ग बना जानलेवा,पैदल चलना भी मुश्किल
-ग्रामीणों ने उठाई सड़क निर्माण की मांग,बरसात में सड़क बनी पोखर
पुनीत संदेश/संदीप कुमार मिश्र
पाटन उन्नाव।तहसील बीघापुर क्षेत्र में उन्नाव-रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग से खीरों को जोड़ने वाला बिहार-खीरों संपर्क मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे वाहन तो दूर, अब पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। मामूली सी बरसात में यह मार्ग पोखर का रूप ले लेता है, जिससे राहगीरों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।करीब 10 किलोमीटर लंबे इस मार्ग का लगभग 5 किलोमीटर हिस्सा जनपद उन्नाव की सीमा में आता है, जो सबसे अधिक खराब हालत में है।गहरे गड्ढों और जलभराव के कारण आए दिन राहगीर दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। मार्ग पर चलना जोखिम से भरा हो गया है, विशेषकर रात के समय यह और खतरनाक हो जाता है।यह मार्ग बिसरामऊ, बाबूखेड़ा, कुतुबपुर, हुलासीखेड़ा, जलीमगंज, ठाकुरपुर जैसे दर्जनों गांवों के लोगों की मुख्य आवागमन धुरी है, जो इसी मार्ग से बिहार, खीरों और रायबरेली तक पहुंचते हैं। हालत यह है कि अन्य स्थानों से आने-जाने वाले यात्री भी जान जोखिम में डालकर इस मार्ग से गुजरने को मजबूर हैं।सरकार द्वारा सड़कों को गड्ढामुक्त करने का दावा जरूर किया गया है, लेकिन बिहार-खीरों मार्ग की स्थिति उस दावे को पूरी तरह खारिज करती नजर आ रही है।मार्ग की बदहाली से परेशान समाजसेवी सूरज सिंह चौहान, शिववीर सिंह 'वीरू', गुरु प्रसाद एडवोकेट, गुड्डू यादव, राम शंकर यादव, राकेश शर्मा, पंकज मिश्रा व प्रशांत तिवारी समेत अन्य ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से अविलंब सड़क का निर्माण कराए जाने की मांग की है।
Created On: June 16, 2025