महाराष्ट्र के रामटेक में त्रिदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय रामायण कॉन्क्लेव
रामवन गमन पथ से जुड़े प्रसंगों को जीवन्त किया जायेगा
-जयवीर सिंह
पुनीत संदेश/संदीप सिंह चौहान
लखनऊ। 06 मार्च, 2025।
अन्तर्राष्ट्रीय रामायण कॉन्क्लेव के तीसरे चरण में महाराष्ट्र के रामटेक में 07 से 09 मार्च को कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। उत्तर प्रदेश पर्यटन एवं संस्कृति विभाग, अन्तर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान द्वारा आयोजित कॉन्क्लेव में भक्ति, नृत्य, संगीत एवं कवियों का संगम देखने को मिलेगा।
07 मार्च को रामटेक के नेहरू ग्राउंड में होगा अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, जिसमें छत्तीसगढ़ के नरेन्द्र मिश्र धड़कन और निशा आनंद, कामठी के मनीष वाजपेयी, नागपुर से रामवृक्ष मिश्रा, और मध्य प्रदेश के राजेन्द्र शुक्ल सहज, लखनऊ के स्वयं श्रीवास्तव और महाराष्ट्र के प्रमोद शाहू पारखी सरीखे सुविख्यात कवि अपनी रचनाओं की सरिता बहायेंगे।
08 मार्च और 09 मार्च को भव्य भजन संध्या होगी और रामटेक, नागपुर का नेहरू मैदान राम नाम की ऊर्जा से सराबोर होगा। मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे और राम आएंगे जैसे भजनों से हर घर को राममय बनाने वाली मुम्बई की स्वाति मिश्रा वातावरण में भक्ति के रंग घोलेंगी। तो वहीं भोपाल के राजीव सिंह भजनों की लड़ी से शाम को और मनमोहक बनाएंगे। महिला दिवस के उपलक्ष्य में छत्रपति शिवाजी महाराज स्मारक से नेहरू ग्राउंड तक नारी सम्मान शोभायात्रा निकाली जाएगी। शाम को सुप्रसिद्ध पार्श्व गायिका प्रिया पाटीदार सुरों की छठा बिखेरेंगी।
09 मार्च को पद्मश्री अनूप जलोटा जी के भजनों के साथ कार्यक्रम का भव्य समापन होगा। उत्तर प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री जयवीर सिंह ने कहा कि सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि श्रीलंका, नेपाल एवं देश के 6 राज्यों व राम वन गमन पथ समेत 10 स्थानों पर अन्तर्राष्ट्रीय कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। रामटेक ही वह जगह है, जहां राम वनवास के दौरान भगवान राम अगस्त्य ऋषि से मिले, शस्त्रों का ज्ञान लिया और यहीं पर अगस्त्य ऋषि ने राम जी को ब्रह्मास्त्र प्रदान किया था। यहीं पर भगवान राम ने राक्षसों के संहार की प्रतिज्ञा ली थी। ऐसे स्थानों के समृद्ध इतिहास से आज की पीढ़ी को परिचित कराना ही कॉन्क्लेव का उद्देश्य है। भगवान राम के त्याग, मर्यादा तथा लौकिक जीवन को जीवन्त करने का प्रयास किया जा रहा है।
Created On: March 07, 2025