नए जेल अधीक्षकों को अब सीधे नहीं मिलेगी जेलों पर तैनाती
पहले केंद्रीय कारागार में होगी छह माह के लिए तैनाती
कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने अफसरों को दिया निर्देश
पुनीत संदेश
लखनऊ। प्रशिक्षण प्राप्त कर निकलने वाले नए जेल अधीक्षकों को अब सीधे जेलों पर तैनात नहीं किया जाएगा। जेलों पर तैनाती से पहले नवागंतुक अधीक्षकों को केंद्रीय कारागारों पर बतौर सहायक अधीक्षक के रूप में तैनात किया जाएगा। छह माह अथवा एक साल तैनात रहने के बाद इन्हें जेल पर तैनात किया जाएगा। यह बात प्रदेश के कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने एक बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा जेलों की व्यावहारिक जानकारी होने के बाद इनको जेलों के संचालन में मदद मिलेगी। इसके लिए विभाग के अधिकारियों को जल्दी ही निर्देश जारी कर दिए जाएंगे।
कारागार मंत्री ने कहा कि प्रदेश की जेलों में तैनात नए जेल अधीक्षकों की तैनाती को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही है। कई नए अधीक्षकों को जेलों की व्यावहारिक जानकारी तक नहीं है। इसकी वजह से कई जेलों से इस बात की भी शिकायतें मिल रही है। इन शिकायतों के मिलने के बाद यह निर्णय लिया गया है। इस संबंध में विभाग के प्रमुख सचिव कारागार, आईजी जेल समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता चल रही है। जल्दी ही इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए जाएंगे।
श्री सिंह ने बताया कि नए जेल अधीक्षक ऐसे हैं जिन्हें जन प्रतिनिधियों के साथ वरिष्ठ अधिकारियों के प्रोटोकॉल तक की जानकारी नहीं है। इस वजह से कई नए जेल अधीक्षकों ने जेल पहुंचे जन प्रतिनिधियों को बैरंग ही वापस कर दिया। इन अव्यवस्थाओं को देखते हुए तय किया गया है कि नवागंतुक अधीक्षकों को जेलों के संचालन की पूर्ण व्यावहारिक जानकारी देने के लिए पहले छ माह से एक साल तक केंद्रीय कारागार में सहायक अधीक्षक के तौर पर तैनात किया जाएगा। इसके बाद ही इन अधीक्षकों को जेलों पर तैनात किया जाएगा।
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केंद्रीय कारागार से अटैच हुए नवागंतुक अधीक्षक
बीते दिनों प्रशिक्षण पूर्ण करने वाले एक नवागंतुक अधीक्षक को सीधे एक जेल पर तैनात कर दिया गया था। इस अधीक्षक को जनप्रतिनिधि के प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित नहीं कर पाने की वजह से जेल से हटाकर तीन माह के लिए केंद्रीय कारागार पर अस्थाई ड्यूटी के लिए लगा दिया गया है। यह अलग बात है कि जनप्रतिनिधियों के प्रोटोकॉल का अनुपालन नहीं करने वाले मुजफ्फरनगर और बाराबंकी अधीक्षकों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जबकि मुरादाबाद में प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के आरोप में अधीक्षक, जेलर और डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया गया था।
Created On: March 09, 2025